अध्यात्म
अध्यात्म कायरों और अकर्मण्यों का मार्ग नहीं अपितु कायरता और अकर्मण्यता का त्याग करने वालों का मार्ग है । अधिकांशतया लोगों की दृष्टि में अध्यात्म का अर्थ सिर्फ वह मार्ग है जहाँ से कायर लोग अपनी जिम्मेदारियों से बचना चाहते हैं।
अध्यात्म का अर्थ छोटी जिम्मेदारियों से बचना तो नहीं किन्तु छोटी-मोटी जिम्मेदारियों को त्यागकर एक बड़ी जिम्मेदारी उठाने का साहस करना अवश्य है । सोचो! अध्यात्म अगर कमजोर लोगों का ही मार्ग होता तो फिर बचपन में ही शेर के दाँत गिन लेने की सामर्थ्य रखने वाले महावीर और बुद्ध जैसे लोग इस पथ से ना गुजरे होते।
स्वयं की चिंता को त्यागकर स्वयंभू (शंभू) के चिंतन का नाम ही अध्यात्म है और स्वयं के कष्टों का विस्मरण कर सृष्टि के कष्टों के निवारण की यात्रा ही वास्तविक अध्यात्मिक यात्रा है ।
अध्यात्म का अर्थ छोटी जिम्मेदारियों से बचना तो नहीं किन्तु छोटी-मोटी जिम्मेदारियों को त्यागकर एक बड़ी जिम्मेदारी उठाने का साहस करना अवश्य है । सोचो! अध्यात्म अगर कमजोर लोगों का ही मार्ग होता तो फिर बचपन में ही शेर के दाँत गिन लेने की सामर्थ्य रखने वाले महावीर और बुद्ध जैसे लोग इस पथ से ना गुजरे होते।
स्वयं की चिंता को त्यागकर स्वयंभू (शंभू) के चिंतन का नाम ही अध्यात्म है और स्वयं के कष्टों का विस्मरण कर सृष्टि के कष्टों के निवारण की यात्रा ही वास्तविक अध्यात्मिक यात्रा है ।
पं मंगलेश्वर त्रिपाठी
से.1वाशी नवी मुम्बई
8828347830
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