Wednesday, November 4, 2015

आज का राशि फल विचार

जय श्री राधे कृष्ण
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बुधवार, नवम्बर ०४, २०१५ का पञ्चाङ्ग मुम्बई, इण्डिया के लिए
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सूर्योदयः
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०६:४३

सूर्यास्त:
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१८:००

चन्द्रोदय:
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२५:२१+

चन्द्रास्त:
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१३:२९

सूर्य राशि:
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तुला

चन्द्र राशि:
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कर्क - २०:०४ तक

सूर्य नक्षत्र:
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स्वाती

द्रिक अयन:
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दक्षिणायण

द्रिक ऋतु:
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हेमन्त

वैदिक अयन:
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दक्षिणायण

वैदिक ऋतु:
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शरद

शक सम्वत:
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१९३७ मन्मथ

चन्द्रमास:
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आश्विन - अमांत

विक्रम सम्वत:
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२०७२ कीलक
कार्तिक - पूर्णिमांत

गुजराती सम्वत:
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२०७१

पक्ष:
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कृष्ण पक्ष

तिथि:
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नवमी - पूर्ण रात्रि तक

नक्षत्र:
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अश्लेशा - २०:०४ तक

योग:
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शुक्ल - २४:१०+तक

प्रथम करण:
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तैतिल - १९:३३ तक

द्वितीय करण:
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गर - पूर्ण रात्रि तक

 
आज का राशि फल विचार
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मेष (Aries): आज किसी के बोलने से आपकी भावनाओं को ठेस पहुंचेगी। माताजी के स्वास्थ्य की चिंता सताएगी। स्थावर मिल्कियत के मामले में कोई निर्णय लेना योग्य नहीं है। मानसिक व्यग्रता और शारीरिक अस्वस्थता रहेगी। विद्यार्थियों के लिए समय मध्यम है। आपका स्वाभिमान भंग होगा। ऑफिस या व्यवसाय में स्त्री वर्ग से सावधान रहने की गणेशजी सलाह देते हैं।

वृषभ (Tauras): गणेशजी की कृपा से आप तन और मन से स्वस्थ और प्रफुल्लित रहेंगे। परिजनों के साथ घर के प्रश्नों के सम्बंध में चर्चा करेंगे। मित्रों के साथ प्रवास का आयोजन करेंगे। आर्थिक मामलों पर अधिक ध्यान देंगे। हर एक कार्य में सफलता मिलेगी। भाग्यवृद्धि का योग है। प्रिय व्यक्ति का साथ और सार्वजनिक सम्मान मिलेगा। व्यापार में वृद्धि होगी। प्रतिस्पर्धियों को परास्त कर सकेंगे।

मिथुन (Gemini): थोड़ा विलंब या अवरोध के बाद निर्धारित रूप से कार्य पूरा कर सकेंगे। आर्थिक आयोजन सफल कर सकेंगे। मिष्टान्न भोजन प्राप्त होगा। विद्यार्थियों के अध्ययन के लिए मध्यम दिन है। स्नेहीजनों और मित्रों के साथ की गई मुलाकात से आनंद होगा। नौकरा-धंधे में अनुकूल वातावरण रहेगा। आय में वृद्धि होगी।

कर्क (Cancer): आज भावनाओं के प्रवाह में सराबोर रहेंगे और कुटुंबीजन, मित्र तथा सगे-सम्बंधी उसमें सहभागी बनेंगे। भेंट-सौगात की प्राप्ति होगी। स्वादिष्ट भोजन करने और बाहर घूमने जाने का आयोजन होगा। मांगलिक अवसरों में उपस्थित होंगे। आनंददायक प्रवास होगा। धन लाभ होगा। दांपत्य जीवन में घनिष्ठता का अनुभव करेंगे।

सिंह (Leo): अत्यधिक चिंता और भावनाओं के कारण शारीरिक और मानसिक रूप से व्यग्रता और अस्वस्थता का अनुभव करेंगे। गलत दलीलबाजी और वाद-विवाद तथा संघर्ष खड़ा करेंगे। कोर्ट कचहरी के मामले में सावधानी रखने की गणेशजी की सलाह है। वाणी और व्यवहार में संयम रखना आवश्यक है। आय की अपेक्षा खर्च अधिक होगा। गलतफहमी पैदा न हो इसका ध्यान रखें।

कन्या (Virgo): आज विविध लाभ का दिन होने के सम्बंध में गणेशजी बताते हैं। व्यापार-धंधे में विकास के साथ आय भी बढ़ेगी। नौकरीपेशा वालों को लाभ का अवसर मिलेगा। वैवाहिक जीवन में सुख-संतोष की अनुभूति होगी। पत्नी, पुत्र और बुजुर्गों की तरफ से लाभ होगा। मित्रों के साथ रमणीय पर्यटन होगा। स्त्री मित्र विशेष लाभकारी साबित होंगे। संतान के शुभ समाचार मिलेंगे।

तुला (Libra): परिवार में आनंद और उत्साह का वातावरण रहेगा। ऑफिस और नौकरी में आयवृद्धि, पदोन्नति के लिए संयोग निर्मित होंगे। माताजी की तरफ से लाभ होगा। गृह सजावट का कार्य हाथ में लेंगे। ऑफिस में उच्च पदाधिकारियों द्वारा काम की सराहना होगी और वे आपके प्रेरणा स्रोत बनेंगे। सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा। शारीरिक स्वास्थ्य बना रहेगा।

वृश्चिक (Scorpio): आज सभी विषयों के नकारात्मक पहलु का अनुभव होगा। थकान और आलस के कारण स्फूर्ति का अभाव रहेगा। मन में गहरी चिंता रहेगी। नौकरी-व्यवसाय में अवरोध खड़े होंगे। उच्च पदाधिकारियों के साथ विवाद में न उतरें। विदेश गमन के अवसर निर्मित होंगे या विदेश में बसने वाले निकटस्थ सम्बंधियों के समाचार मिलेंगे। संतान के सम्बंध में चिंता होगी।

धनु (Sagittarius): गणेशजी बताते हैं कि आज आपको वाणी और क्रोध पर नियंत्रण रखना पड़ेगा अन्यथा अनर्थ हो सकता है। सर्दी और कफ के कारण आपका स्वास्थ्य खराब होगा। मानसिक व्यग्रता का अनुभव करेंगे। धन खर्च में वृद्धि होगी। निषेधात्मक कार्य तथा अनैतिक कामवृत्ति कुमार्ग पर न ले जाए इसका ध्यान रखें।

मकर (Capricorn): विचार, व्यवहार में भावुकता विशेष मात्रा में रहेगी। फिर भी आप परिजनों और मित्रों के साथ खुशीपूर्वक अपना दिन बिताएंगे। तन-मन में स्फूर्ति और प्रसन्नता रहेगी। व्यवसाय में वृद्धि होगी। दलाली, ब्याज, कमिशन द्वारा आपकी आय में वृद्धि होगी। भागीदारी में लाभ होगा। सार्वजनिक जीवन में मान-प्रतिष्ठा बढ़ेगी। यात्रा की संभावना है। गणेशजी की कृपा आप पर रहेगी।

कुंभ (Aquarius): आज किए गए कार्य में आपको यश, कीर्ति और सफलता मिलेगी, ऐसा गणेशजी कहते हैं। परिवार में मेल-जोल बना रहेगा। शारीरिक और मानसिक स्वस्थता बनी रहेगी। आपके विचार और व्यवहार में भावुकता अधिक रहेगी। नौकरी में साथी कर्मचारी सहयोग देंगे। ननिहाल पक्ष से लाभ होगा। काम में ही धन खर्च होगा। विरोधियों या प्रतिस्पर्धियों की पराजय होगी।

मीन (Pisces): कल्पना लोक में घूमना पसंद करेंगे। साहित्य लेखन में आपकी सृजनात्मकता प्रकट कर सकेंगे। विद्यार्थियों के लिए अच्छा दिन है। प्रेमीजनों और प्रिय व्यक्तियों का सानिध्य प्राप्त कर सकेंगे। कामुकता विशेष मात्रा में रहेगी। शेयर-सट्टे में लाभ होगा। मानसिक संतुलन बनाए रखने के लिए गणेशजी कहते हैं।
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आज का भगवत चिंतन
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श्रीमद्भागवत महापुराण एक ऐसा पुण्य ग्रंथ हैं जो वैष्णव, संतो का परम धन है. परमहंसों की संहिता, पुराणों का तिलक है. ज्ञानियों का चिंतन, भक्तों का वंदन है. जब जन्म जन्मातर के पुण्यो का उदय होता है तब उसे श्रीमद्भागवत पुराण कहना, सुनना और पढऩा मिलता है. “एतस्मादपरं किंचिदन्मन: शुद्धयै न विघते जन्मान्तरे भावेत्पुण्यं तदा भागवतं लभते” भागवत महापुराण वह शास्त्र हैं जिसमें बीते कल की स्मृति, आज का बोध और भविष्य की योजना है. तो आज भागवत में प्रवेश करने से पहले थोड़ा भीतर उतरने की तैयारी करिए. यह स्वयं मूल से परिचित कराने का ग्रंथ है. भगवान ने भागवत की पंक्ति- पंक्ति में ऐसा रस भरा है कि वे स्वयं लिखते हैं- ” पिबत भागवतं रसमालयं मुहुरवो रसिका भुवि भावुका: हमारे भीतर जो रहस्य भरा हुआ है उसको उजागर करने के लिए भागवत एक अध्यात्म दीप है. जैसे हम भोजन करते हैं तो हमको संतुष्टि मिलती है उसी प्रकार भागवत मन का भोजन है. जब मन को ऐसा शुद्ध भोजन मिलेगा तो मन संतुष्ट होगा, पुष्ट होगा और तृप्त होगा और जिसका मन तृप्त है उसके जीवन में शांति है. संत और महात्माओं का यह कहना है पहली बात है भगवान ने अपना स्वरूप भागवत में रखा तो भागवत भगवान का स्वरूप है. जिसे शब्दब्रह्म कहते है, दूसरी बात इसमें ग्रंथों का सार है और तीसरी बात हमारे जीवन का व्यवहार है. ये तीन बातें भागवत में हैं.भागवत के महत्व में कहा गया है कि जब जन्म जन्मातर के पुण्यों का उदय होता है तब श्रीमद्भागवत कथा सुनने को मिलती है. संत जन कहते है,कथा इतने दुर्लभ है कि हमारे पुण्यो में भी इतना दम नहीं है कि पुण्यो के दम पर कथा सुनने को मिल जाए, कहने का अर्थ यह है कि पूर्व जन्मो में हमसे किसी संत महापुरुष की सेवा बन गई होगी, उसी के प्रभाव से हमें श्रीमद्भागवत कथा सुनने को मिली.
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पं मंगलेश्वर त्रिपाठी
08828347830
धर्मार्थ वार्ता समाधान संघ
जयतु गुरुदेवः जयतु भारतम्🌹🙏🌹
🌻सुप्रभातम् 🌻
आप सभी का दिन मंगलमय हो अस्तु शुभम्

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