Saturday, April 9, 2016

मानवता और धार्मिक वैषम्य पर दूसरों के प्रचार से आप को द्वेष और ईर्ष्या का मन्त्र ही मिलता है। करुणा और दया के लिए अपने हृदय को टटोलिए और चिन्तन में समय दीजिए। कुछ कमियाँ हैं आप में जो सुधार चाहती हैं, उन्हे सुधारने में समय दीजिए। ये पोस्ट बच्चों को खेलने दीजिए। ग्रुप का नहीं अपना ज्ञान वर्द्धन कीजिए। यहाँ जिज्ञासा बढ़ायें, ज्ञान पर्सनल से बढ़ाये। नेट खर्च भी बचेगा। शमिति।।

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