Saturday, April 9, 2016

नारी जागरण की आवश्यकता क्यों है?

1. विश्व  की आधी जनसंख्या नारी है। आधी जनसंख्या व बच्चे नारी के ही साथ है। यदि उनकी स्थिति गई गुजरी रही, तो समाज अपंग जैसी स्थिति में रह जाएगा। समाज को अपंगता की स्थिति से बचाने हेतु नारी जागरण आवश्यक है।

2. नर रत्न की आवश्यकता- नवयुग के अवतरण में विश्व में नवरत्नों का उत्पादन समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। यह कार्य नारी का ही है। माता अपने शरीर से शिशु का निर्माण तथा गर्भस्थ शिशु में प्रसुप्त चेेतना को जागृत विकसित करने का कार्य स्वयं के चिन्तन तथा संस्कारों से करती रहती है। प्रसवोपरान्त अपने सूक्ष्म संस्कारों से ओतप्रोत दुग्ध रूपी रसायन से बालक के चिन्तन एवं दृष्टि कोण को भी बनाती जाती है। मदालसा ने ब्रह्मज्ञानी संतान व जीजीबाई ने वीर शिवाजी जैसे नररत्न बनाया तो दूसरी ओर नेपोलियन बोनापार्ट की माता का प्रभाव उसे क्रूर, दुस्साहसी व घोर अत्याचारी बनाया।

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