Monday, December 21, 2015

|| वास्तु प्रतिष्ठा-संरक्षण प्रयोग ||

     

वास्तु प्रतिष्ठा-संरक्षण प्रयोग--
१.सुतिका अवधि में इतर व्यक्ति स्नान, अग्नि स्पर्श, पवित्रकरण से शुद्ध होकर गृह-प्रवेश करें।
२.मरण-सूतक में उपरोक्त के साथ नीम की पत्ती भी चबायें।
३.सामान्य कार्य में लघु शौच कर्म प्रयोग के बाद गृह-प्रवेश करे्ं।
४.अपशिष्ट स्वच्छता में अन्य के द्वारा, फिर स्वयं स्नान और मन्त्र-स्नान करके अग्नि स्पर्श भी करें।


पं मंगलेश्वर त्रिपाठी
से.1वाशी नवी मुम्बई
8828347830  

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