Saturday, December 5, 2015

|| प्राप्ति एवं त्याग ||

     


प्राप्ति एवं त्याग

          कई बार प्राप्ति से नहीं अपितु आपके त्याग से आपके जीवन का मूल्यांकन किया जाता ह ।। माना कि जीवन में पाने के लिए बहुत कुछ है किन्तु इतना ही पर्याप्त नहीं क्योंकि यहां खोने को भी बहुत कुछ है । बहुत चीजें जीवन में अवश्य प्राप्त कर लेनी चाहियें किन्तु बहुत सी चीजें जीवन में त्याग भी देनी चाहिये ।
       प्राप्ति ही जीवन की चुनौती नहीं, त्याग भी जीवन के लिए एक चुनौती है । अतः जीवन दो शर्तों पर जिया जाना चाहिये । पहली यह कि जीवन में कुछ प्राप्त करना और दूसरी यह कि जीवन में कुछ त्याग करना ।
          एक जीवन को पूर्ण करने के लिए आपको प्राप्त करना ही नहीं अपितु त्यागना भी है। और आत्म-चिन्तन के बाद क्या प्राप्त करना है और क्या त्याग करना है ?  यह भी आप सहज ही समझ जायेंगे ।
             एक फूल को सबका प्रिय बनने के लिए सुगंध तो लुटानी ही पड़ती है ।


    
             ?


पं मंगलेश्वर त्रिपाठी
से.1वाशी नवी मुम्बई
8828347830  

No comments:

Post a Comment