





(प्रातः सम्प्रेषण का समाधान)
विचार-बिन्दु
⏳अज्ञानी मनुष्य की सहज प्रकृति और लक्षण ।
⏳ज्ञानी व्यक्ति की सहज प्रकृति और लक्षण।
⏳महात्मा की सहज प्रकॄति और लक्षण।
(विचार-मंथन हेतु न की परीक्षा)
समाधान
१- संसारिक चर्चा में रस और स्वार्थबुद्धि का आधिक्य ।
२- भगवच्चर्चा शान्त और परमार्थिक चिन्तन का प्राबल्य।
३- मौन (गुणातीत)और सेवा।
२- भगवच्चर्चा शान्त और परमार्थिक चिन्तन का प्राबल्य।
३- मौन (गुणातीत)और सेवा।
पं मंगलेश्वर त्रिपाठी
से.1वाशी नवी मुम्बई
8828347830
से.1वाशी नवी मुम्बई
8828347830
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