Tuesday, October 6, 2015

|| कुछ हलन्त शब्द ||

     

(40.) एतदीयः--इसका,
(41.) तदीयः--उसका,
(42.) यदीयः--जिसका,
(43.) परकीयः (अन्यदीयः)--दूसरे का,
(44.) आत्मीयः (स्वकीयः, स्वीयः)---अपना,
कुछ हलन्त शब्दः--
(45.) महत्--महान्,
(46.) कुर्वत्--करता हुआ,
(47.) पठत्--पढता हुआ,
(48.) ददत्--देता हुआ,
(49.) गमिष्यत्--जाने वाला,
(50.) यावत्---जितना,
(51.) तावत्---उतना,
(52.) कियत्--कितना,
(53.) एतावत्, (इयत्)---इतना,
(54.) तत्र--वहाँ,
(55.) अत्र---यहाँ,
(56.) कुत्र--कहाँ,
(57.) यत्र--जहाँ,
(58.) कुत्रापि---कहीं भी,
(59.) अन्यत्र---दूसरी जगह,
(60.) सर्वत्र---सब जगह,
(61.) उभयत्र---दोनों जगह,
(63.) अत्रैव---यहीं पर,
(64.) तत्रैव---वहीं पर,
(65.) यत्र-कुत्रापि---जहाँ कहीं भी,
(66.) इतः---यहाँ से,
(67.) ततः--वहाँ से,
(68.) कुतः--कहाँ से,
(69.) कुतश्चित्---कहीं से,
(70.) यतः--जहाँ से,
(71.) इतस्ततः---इधर-उधर,
(72.) सर्वतः---सब ओर से,
(73.) उभयतः--दोनों ओर से,
(74.) उपरि--ऊपर,
(75.) अधः--नीचे,
(76.) अग्रे, (पुरः, पुरस्तात्)---आगे,, (पश्चात्, पीछे),
(77.) बहिः--बाहर,
(78.) अन्तः--भीतर,
(79.) उपरि-अधः---ऊपर-नीचे,
(80.) इदानीम्, (सम्प्रति, अधुना)---अब, इस समय,
(81.) तदा, तदानीम्---तब, उस समय,
(82.) कदा--कब,
(83.) यदा--जब,
(84.) सदा (सर्वदा)---हमेशा,
(85.) एकदा--एक समय,
(86.) कदाचित्---कभी,
(87.) क्व--कब,
(88.) क्वापि--कभी भी,
(89.) यावत्---जब तक,
(90.) तावत्---तब तक,
(91.) सद्यः--तत्काल (अतिशीघ्र),
(92.) पुनः--फिर,
(93.) अद्य--आज,
(94.) अद्यैव---आज ही,
(95.) आद्यापि--आज भी,
(96.) श्वः--आने वाला कल,
(97.) ह्यः--बीता हुआ कल,
(98.) परश्वः--आने वाला परसों,
(99.) ह्यश्वः--गया हुआ परसों,
(100.) प्रपरश्वः--आने वाला नरसों,
(101.) प्रह्यश्वः--बीता हुआ नरसों,
(102.) शीघ्रम्--जल्दी,
(103.) शनैः शनैः--धीरे-धीरे,
(104.) पुनः पुनः--बार-बार,
(105.) युगपत्---एक ही समय में,
(106.) सकृत्--एक बार,
(107.) असकृत्--अनेक बार,
(108.) पुरा, प्राक्--पहिले,
(109.) पश्चात्---पीछे,
(110.) अथ, अनन्तरम्--इसके बाद,
(111.) कियत् कालम्--कब तक,
(112.) एतावत् कालम्--अब तक,
(113.) तावत् कालम्--तब तक,
(114.) यावत् कालम्---जब तक,
(115.) अद्यावधि--आज तक,
(116.) कथम्---कैसे, किस प्रकार,
(117.) इत्थम्---ऐसे, इस प्रकार,
(118.) यथा--जैसे,
(119.) तथा--वैसे, उस प्रकार,
(120.) सर्वथा---सब तरह से,
(121.) अन्यथा--नहीं तो, अन्य प्रकार से,
(122.) कथञ्चित्, कथमपि---किसी भी प्रकार
(123.) यथा यथा---जैसे-जैसे,
(124.) तथा-तथा--वैसे-वैसे,
(125.) यथा-कथञ्चित्--जिस किसी प्रकार से,
(126.) तथैव--उसी प्रकार,
(127.) बहुधा, प्रायः--अकसर,
(128.) मिथः (परस्परम्)--आपस में,
(129.) स्वयम्---खुद,
(130.) वस्तुतः--असल में,
(131.) कदाचित् (सम्भवतः)--शायद,
(132.) सम्यक्---अच्छी तरह,
(133.) सहसा (अकस्मात्)--अचानक,
(134.) वृथा (मुधा)--व्यर्थ,
(135.) समक्षम् (प्रत्यक्षम्)--सामने,
(136.) मन्दम्--धीरे,
(137.) च--और,
(138.) अपि--भी,
(139.) वा, अथवा---या,
(140.) किम्--क्या,
(141.) प्रत्युत (अपितु)---बल्कि,
(142.) यतः--चूँकि,
(143.) यत्--कि,
(144.) अद्यपि--अगर,
(145.) तथापि--तो भी, फिर भी,
(146.) हि---क्योंकि,
(147.) विना--बिना,
(148.) ऋते---सिवाय, के बिना,
(149.) कृते--के लिए, वास्ते,
(150.) सह--साथ,
(151.) प्रभृति--से लेकर,
(152.) पर्यन्तम्---तक, (यहाँ से यहाँ तक),
(153.) यावत्--जितना,
(154.) तावत--उतना,
(155.) इयत् (एतावत्)---इतना,
(156.) कियत्--कितना,
(157.) ईषत्--थोडा,
(158.) मनाक्--थोडा,
(159.) न, (नो, नहि)--नहीं,
(160.) मा--मत,
(161.) अलम्---बस,
(162.) आम्--हाँ,
(163.) ओम्--हाँ,
(164.) बाढम्---बहुत अच्छा,
(165.) अथ किम्--और क्या, " अमर वाणी विजयताम्" नामक समूह से संकलित


पं मंगलेश्वर त्रिपाठी
से.1वाशी नवी मुम्बई
8828347830  

No comments:

Post a Comment