Friday, January 20, 2017

*पेड़ के नीचे रखी भगवान की टूटी मूर्ति को देख कर समझ आया,*

*पेड़ के नीचे रखी भगवान की टूटी मूर्ति को देख कर समझ आया,*

*कि..*

*परिस्थिति चाहे कैसी भी हो,*
*पर कभी ख़ुद को टूटने नही देना..*

*वर्ना ये दुनिया जब टूटने पर भगवान को घर से निकाल सकती है तो फिर हमारी तो औकात ही क्या है।*

🙏🏼 🙏🏻🙏🏼

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