Monday, December 5, 2016

इत्थं वृषाचलपतेरिह सुप्रभातं ये मानवाः

इत्थं वृषाचलपतेरिह सुप्रभातं ये मानवाः प्रतिदिनं पठितुं प्रवृत्ताः।
तेषां प्रभातसमये स्मृतिरङ्गभाजां
प्रज्ञां परार्थसुलभां परमां प्रसूते ॥

हिन्दी अनुवाद:
इस प्रकार यहाँ वृषाचल के प्रभु का सुप्रभातम हैं। जो भोर के समय पर, मन और शरीर को संजोह कर, तीव्र भक्ति और श्रद्धा के साथ, हर रोज़, श्री गोविंद की पूजा पाठ में अपने आप को संलग्न करेंगे, उन लोगों को भगवान की कृपा से, दिल खुशी से जाग उठेगा और उच्चतम आध्यात्मिक ज्ञान, आसानी से प्राप्त होगा।

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